खुशहाल जीवन के लिए स्वीकृति सबसे अच्छी और सही कुंजी है || Acceptance is the best and right key to a happy life ||


खुशहाल जीवन के लिए स्वीकृति सबसे अच्छी और सही कुंजी है !!!
जीवन के इस दौर में सब बहोत आगे निकल गए है !
पर आज भी हमें हर रोज दुनिया के किसी ना किसी कोने से ये खबर सुनने मिलती है की किसीने दुःख होने के कारन ख़ुदकुशी करली अपनी जान देदी सिर्फ थोडेसे दुखो के कारन लोग बहोत जल्द हार मान लेते है और  जीवन को खो देते है !!!
उन लोगो के लिए में ये कहना चाहता हु के भगवान ने हमें एक ही बार ये मनुष्य जीवन जीने का अवसर दिया है, इस जीवन में हमें हर मुसीबतो से कैसे लड़ना है और जीवन के इस चक्रव्यू मेसे कैसे बहार निकलना है यह सोचना बहोत ही जरुरी है,
इसके लिए बस एक ही उपाय है "स्वीकृति" 
अगर हमने अपने जीवन में हर रोज आने वाली छोटी से लेकर के बड़ी मुसीबतो को या दुखो को स्वीकारना सिखले, तो यह जीवन खुशाल और सुखमय हो जायेगा !!!
हर किसीके जीवन में उपरवाले ने दो चीजे सामान दी है (१) सुख और (२) दुःख पर हम अक्षर सुख को कम और दुःख को ज्यादा समज लेते है, इसी कारन हम कभी भी खुश नहीं रहे पाते, यहाँ ये सोचने वाली बात है की जब भगवान ने हमें दोनों सुख और दुःख समान दिए है, तो हम क्यों ख़ुशी के पलो को जल्दी छोड़ देते है और दुखो को पूरा जीवन पकड़ के रखते है क्या ये करना सही है ???
नहीं बिलकुल भी नहीं|  हमेशा अपने आप को आगे बढ़ने के लिए सुख हो चाहे दुःख उसे स्वीकार करना चाहिए | स्वीकार करनेसे दुःख कम तो नहीं होंगे पर उन दुखो से लड़ने की हिम्मत जरूर मिलेगी और उसी  हिम्मत से अपने जीवन का तय किया हुआ लक्ष्य को पूरा कर सकते है| 
किसके जीवन में दुःख नहीं आये ?? श्री राम भगवान सीता माता को भी दुःख सहना  पड़ा|  १४ साल वनवास भुगतना पड़ा|  जबकि वह तो खुद श्री नारायण अवतार थे !
 श्री कृष्णा को भी दुःख जलने पड़े है !
जीसस को भी दुःखो का सामना करना पड़ा है !
और नबी ने भी बहोत दुखो से लड़ना पडा है!
ये सभी लोग कोई साधारण व्यक्ति नही थे, फिर भी दुःख भरे जीवन को स्वीकारा और हमें शिख दी है के जीवन में आने वाली मुसीबते ये नहीं देखती के वह इंसान आमिर है या गरीब है कोई बड़ा आदमी है या छोटा मुसीबते सबके जीवन में आति ही है| पर उनसे कैसे जीता जाये यह हमारे ऊपर निर्भर करता है ??? 
इसलिए हर मुसीबतो से हार ने की जगह उनका सामना करे, मुस्कुरा कर करे, मुस्कुराहट जीवन का वो हथियार है!  जिसके सामने कितनी भी बड़ी मुसीबत हो उसे युं हरा देता है|  बस दिल में हौसला रखे और जिसने जीवन दिया है उसपे भरोसा रखे तो आने वाला समय आपके जीवन में खुदबखुद खुशिया ले आएगा !
यह जीवन भगवान् ने हमें खुदके लिए जीने नहीं दिया| बल्कि दुसरो के लिए दिया है|  जिसमे हमें बस इतना करना है अपना स्वार्थ छोड़ कर दुसरो के लिए सोचना है यदि हमने इस नियम का पालन दिलसे करना सिख लिया तो कोई भी दुःख हमें दुखी नहीं कर सकता है 
भगवान ने हमें जीवन के ४ मूल्य दिए है !
१. धर्म 
२. पैसा 
३. प्रेम 
४. मोक्ष 
इसमें हमें भगवान ने कहा है के तुम धर्म और मोक्ष की राह पर चलना बाकि पैसा और प्रेम में तुम्हे दूंगा|  पर हम धर्म और मोक्ष की राह छोड़ कर हम पैसा और प्रेम की राह पर चलदिए है इसलिए दुःख हमें सुख से भी अधिक लगने लगा है !!!
और एक बात हमेशा ध्यान में रखे जब आप एक सुख को लेके पूरा जीवन खुश नहीं रहे सकते, तो दुःख को क्यों पूरा जीवन अपने साथ रखते है ??? यही मूर्खता हमें जीवन का सही मूल्य हासिल करने नहीं देती, इसलिए हमेशा दुःख को उतना ही महत्व देना चाहिए जितना हम सुख को देते है|  
जीवन बहोत ही सरल है बस हमें उसे दिल से समझना है ! 
मुझे क्या मिलेगा , मुझे क्या दिया, मुझे कम मिला , मुझे ज्यादा चाहिए इनकी जगह हमने क्या दिया, क्या देसकते है, क्या कर सकते है दुसरो के लिए यह बहोत महत्वपूर्ण रखता है इस कलियुग के समय में खुद को अपनी मंजिल तक पहुंचाने के लिए !
और सभी दुखो की एक ही दवा है स्वीकृति !!! जैसा भी मिले, जो भी मिले इस जीवन में उसे उसी रूप में स्वीकारना शिखले तभी आप सही  माइनोमे में सुख की अनुभूति करेंगे !!!
सुक्रिया आपका प्यार देने के लिए खुश रहे और हस्ते रहे 

Please visit on My YouTube Channel : https://www.youtube.com/channel/UC1vwexlWnxGN1nMyxcCMjSg
|| धन्यवाद || 

No comments:

Post a Comment

If you want to know more about Motivation Please share your Comment

|| CALM YOUR EGO || "ईगो" को शांत करना सीखें आज आपको   हनुमान जी एक लोक कथा के बारे में बताने जा रहा हूँ , "घमंड ...